September 17, 2024

 नाम में क्या रखा है ?

जन्म से न हम अपना नाम लेकर आते है,
और मरते समय न इसे साथ ले जाते है ।
कब्रस्तान में हम सिर्फ एक नाम से जाने जाते है,
और वो है बङी, बस बडी ही मेरी यहां पहचान है ।
कहते है सब लोग यहां हमें सिर्फ बडी, बडी,
बडी उठाओ, बडी कब्र तक ले चलो,बडी कब्र में डालो,
नाम नहीं लेता मेरा यहां पर कोई भूल से भी,
क्योंकि,अब बडी से ही सब जानते मुझे करीब से ।
खत्म होता है दफन के बाद बडी का ये नाम मेरा,
और कब्रस्तान के बाहर से शुरु होता है मेरी जीवन रेखा।
अच्छा-बुरा बोलेगें लोग अब मुझे मेरे मरने के बाद,
मेरे गुण और काम से याद करेगें मुझे आज के बाद ।
अब मेरा नाम अच्छा और बुरा इन्सान होगा,
मेरे जीवन के इतिहास में बस यही एक नाम होगा।
यही तो असली धन होगा मेरे जीवन के कमाई का,
बाकी जो कमाया था जीवन में वह सब एक माया था।
नाम में क्या रखा है, अच्छे काम करो और नाम करो,
अपने चरित्र से सब लोगों के दिलों पर राज्य करो।
यही जीवन का सार है, यही अनंत जीवन का आधार है,
नाम तो सिर्फ एक पहचान है, नाम में क्या रखा है।
फा. विन्सेंट सालबातोरी

माला विनती
मुख से माता-माता बोल, माता नाम बड़ा अनमोल,
माता नाम की माला रोल, मुख से माता-माता बोल।
माया भी एक पहेली, काया भी एक पहेली,
मोती सी माला के दानों में, जनंत की सभी पहेली है।
माला के चार रहस्यो में, मां-बेटे का जीवन वणर्न है,
खुशी, प्रकाश, दुःखभोग, बड़ाई का, इसमें सारे विवरण है।
गाब्रिएल दूत के सदेंश से, मरियम धन्य हो जाती है,
र्गभ में लेकर प्रभु येसु को, एलिजाबेथ से मिल आती है।
प्रभु को जन्म देकर, इतिहास नया बनाती है,
पभु को अर्पण कर मन्दिर में, मरियम रशम निभाती है।
बेटें के खो जाने पर, व्याकुल बहुत हो जाती है,
मन्दिर में उनको पाकर वह, फूली नहीं समाती है।
यर्दन में बपतिस्मा लेकर, मानव स्वभाव दिखलाते है,
काना विवाह में शमिल होकर, दिव्य स्वभाव चमकाते है।
र्स्वगराज्य का प्रचार कर, रूपान्तर का दृष्य दिखाकर,
युखरिस्त की स्थापना कर, जीवन यादगार बनाते है।
बारी में प्राणपीड़ा सहकर, जल्लादो के हाथ लगे वो,
कोड़ों से छलनी होकर, थप्पड, जूते, लात सहे वो।
काँटों का मुकुट पहनकर, क्रूस ढ़ोकर कलवारी चढ़े वो,
उसी क्रूस पर ठोककर उनको, रोमन जल्लादों ने प्राण लिये।
मृत्यु रोक सकी न उनको, विजयी बन वो जी उठे,
स्वर्ग चढ़े वो देखते- देखते, आनन्दित हम सभी हुये।
पवित्र आत्मा को भेजकर, हमें अनाथ होने न दिया,
उठा लिया अपनी माता को, स्वर्ग में ऊत्तम स्थान दिया।
मरियम स्वर्ग की महरानी हैं, हम सभों की है प्यारी मां ,
माला भेद अब समाप्त हुआ,आशिष दे हमें सदा-सदा मां।
फादर विन्सेंट सालबातोरी

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